सावन महीने में गुलजार रहने वाला वैशाली के कम्मन छपरा स्थित चौमुखी महादेव मंदिर, हाजीपुर के बाबा पतालेश्वरनाथ मंदिर और सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर का पट अनलॉक वन में 8 जून सोमवार को खुल गया। लेकिन मंदिरों में प्रवेश के लिये सरकार और धार्मिक न्यास परिषद ने एक गाइड लाइन जारी किया है। जिसके तहत श्रद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान का दर्शन कर सकेंगे।
आइये जानते है बाबा चौमुखी महादेव और हरिहरनाथ मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश कैसे मिलेगा…
सरकार और धार्मिक न्यास परिषद के गाइड लाइन में करीब दो महीने से भी अधिक बीतने के बाद मंदिर का पट खोला गया है। बाबा चौमुखी महादेव और भगवान हरिहरनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को साबुन से हाथ धोकर सैनेटाइज कर मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। लेकिन भक्त भगवान भोलेनाथ का स्पर्श नहीं कर सकेंगे। साथ ही शिवलिंग पर फूल अक्षत प्रसाद चढ़ाने पर भी पावंदी रहेगी।
65 साल से अधिक उम्र के लोग या 10 वर्ष से कम कम उम्र के बच्चे का मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश निषेध होगा। इसके अलावा जो भक्त मंदिर में जाएंगे उनके चेहरे और मास्क रुमाल या गमछे रखना अनिवार्य होगा।
मंदिर में शादी विवाह जनेऊ जैसे धार्मिक आयोजनों पर अगले आदेश तक प्रतिबंध रहेगा। मंदिर प्रांगण में पान, बीड़ी, सिगरेट गुटखा बेचने खाने एवं थूकने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रबंधन कमेटी को आवश्यक कदम उठाने का अधिकार भी दिया गया है। इन नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 और भारतीय दंड विधान के तहत संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई भी की जा सकती है।
इन तमाम नियमों का पालन करते हुए एक बार फिर से श्रद्धालु भगवान के दरबार में पहुंचने लगे है और अपनी -अपनी मन्नत को लेकर पूजा-अर्चना भी शुरू हो गई है। जिससे श्रद्धालुओं में बेहद खुशी देखी जा रही है..