बिहार में तेज गति से बढ़ रही कोरोना महामारी को लेकर सरकार के निर्देशानुसार वैशाली जिलाधिकारी उदिता सिंह के आदेश पर जिले में 11 जुलाई से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। जिलाधिकारी उदिता सिंह और प्रभारी एसपी पुष्कर आनंद ने हाजीपुर में एसडीओ संदीप शेखर प्रियदर्शी और एसडीपीओ राघवदयाल के साथ फ्लैग मार्च किया। इस दौरान लोगों को चेतावनी भी दी गयी।
दूसरी ओर लालगंज में भी BDO राधारमण मुरारी, CO सन्तोष कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी विजयशील गौतम और थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने भी फ्लैग मार्च किया। अधिकारियों ने पूरे लालगंज बाजार में भ्रमण कर खुली हुई प्रतिबंधित दुकानों को बंद कराया। इस दौरान माइकिंग कर लालगंजवासी को जागरूक भी किया गया। अधिकारियों ने बताया कि अतिआवश्यक दुकानें सुबह 6 बजे से 10 बज तक ही खुलेंगी। 10 बजे के बाद दुकानों को बंद रखना है। वहीं शाम 4 से छह बजे तक जरूरी सामान वाले दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया।
घोषणा के बावजूद लालगंज बाजार के शनिचरा में तारी दुकान खोलने वाले दुकानदार की पुलिस ने जमकर फटकार लगाई। दुकान में रखे तारी को भी नष्ट कर दिया। जिसके बाद दुकानदार को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से जिला ही नहीं बल्कि लालगंज बाजार में भी हड़कम्प मचा रहा। फ्लैग मार्च के दौरान थानाध्यक्ष सुनील कुमार बिना हेलमेट और मास्क लगाए वाहन चालकों और दुकानदारों को भी फटकार लगाते दिखे। जांच के दौरान थानाध्यक्ष ने कोरोना योद्धा कहे जाने वाले पत्रकार और पुलिस को पहले फटकार लगाया और फिर चेतावनी देकर छोड़ दिया।
अब जरा देखिए इस महाशय को देखिए गाड़ी पर प्रेस लिखा है मुँह पर मास्क तो है लेकिन हेलमेट नदारद है। जब पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो ये बात बनाते नजर आए। दूसरी ओर इन्हें देखिए लॉकडाउन में सड़क पर नजर आरहे है गाड़ी पर पुलिस लिखा है मगर चेहरे पर न मास्क है ना सिर में हेलमेट। जब थानाध्यक्ष ने कारण पूछा तो बहाना बनाते नजर आए। इस कोरोना काल में लगे लॉकडाउन में जरूरत है सभी को मास्क लगाने की घर में सुरक्षित रहने की और सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करने की। क्योंकि जब आप होंगे घर के अंदर तो कोरोना होगा बाहर।