लालगंज प्रखंड क्षेत्र में भारी बारिश और तटबंध के टूटने के कारण जल प्रलय की स्थिति बनी और काफी क्षति हुई। इतना ही नहीं पूरा इलाका बाढ़ की चपेट में आगया। सैकड़ों परिवारों के घरों में पानी घुस जाने के कारण चूल्हे चौके बन्द हो गए। ऊंचे स्थानों पर लोगों ने किसी तरह शरण लिया तो कई जगहों पर लोग पलायन करने को मजबूर भी हुए। इस बीच प्रखंड क्षेत्र के प्रभावित हिस्सों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित करते हुए मुआवजा देने की चारों ओर से मांग उठी।
बावजूद जब प्रशासन ने मांग को दरकिनार किया तो विरोध प्रदर्शन का दौर भी चला। मंत्री का दौरा हुआ मिला तो सिर्फ आश्वसन। इसको लेकर लालगंज के राजद नेताओं में सरकार और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। राजद नेता राजीव कुमार सिंह ने कहा कि लालगंज में बाढ़ से भारी तबाही हुई। जिसका मंजर आज भी तिनपुलवा चौक, प्रेमगंज, लाल बसन्ता आदि गांवों में देखा जा सकता है। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जनता बाढ़ की तबाही से बेहाल हो चुकी है। लेकिन इस पर ना ही प्रशासन का ध्यान है और न सरकार का। उन्होंने जल्द से जल्द लालगंज को बाढ़ ग्रस्त घोषित करने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर जनता के हित में सड़क से सदन तक जरूरत पड़ने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।
इससे पूर्व उन्होंने बाढ़ प्रभवित कई क्षेत्रों का हाल भी लिया। मौके पर सुबोध सिंह, प्रेम कुमार डब्लू, पैक्स अध्यक्ष कन्हाई सिंह, भीष्म सिंह, राघवेन्द्र सिंह, बबलू सिंह, जयनाथ सिंह, प्रयाग सहनी, बिनय पाठक, हरेश सिंह, चंद्रभूषण कुमार विकाश कुमार, दिलीप राय, चंचल राय, कांग्रेस प्रखण्ड अध्यक्ष कन्हैया सिंह आदि लोगों ने भी मांग किया है।
रिपोर्ट:- मुकेश कुमार