शहीद बैकुण्ठ शुक्ला स्मृति मंच द्वारा राज्यसभा सांसद सह अध्यक्ष शिक्षा, महिला बाल युवा एवं खेल, संसदीय स्थाई समिति भारत सरकार विवेक ठाकुर से मिलकर अमर शहीद बैकुंठ शुक्ला एवं शेरे बिहार योगेंद्र शुक्ला की जीवनी और राष्ट्र के लिये दी गई उनकी शहादत को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत तैयार हो रहे पाठ्य पुस्तक में शामिल करने हेतु ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वाले में अध्यक्ष अमरेश कुमार, संरक्षक मनोज शुक्ला, महामंत्री अभिजीत कुमार विक्की व इंद्रजीत शुक्ला, कोषाध्यक्ष सह वैशाली सांसद प्रतिनिधि अखिलेश कुमार सिंह कन्हैया, उपाध्यक्ष रजनीश कुमार सिंह व राजन कुमार सिंह शामिल थे। इन्होंने देश के लिए अपना सर्वश्व न्यौछावर करने वाले क्रांतिवीरों की जीवनी पाठ्य पुस्तकों में शामिल कराने का आग्रह किया। उनके आग्रह पर विवेक ठाकुर ने आश्वस्त करते हुए कहा कि इस विषय को पुरजोर तरीके से रखा जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ी देश की आजादी में अपनी जान न्योछावर करने वाले उन अमर बलिदानियों की जीवनी को पढ़ सकें और उससे प्रेरणा ले सकें।
ज्ञात हो कि अमर बलिदानी बैकुंठ शुक्ल के विगत शहादत दिवस के मौके पर उनके पैतृक गांव जलालपुर में एक समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह में राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर, विधानपरिषद सचिदानंद राय,पूर्व मंत्री वीणा शाही,अजित कुमार,सुरेश शर्मा समेत कई गणमान्य पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। सबों ने एक स्वर में इस बात को मंच से कहा कि वर्तमान बिहार का यह लाल, जिसने देश को आजाद कराने में फांसी के फंदे को चूम लिया। उनके बलिदान को भुला नहीं जा सकता। राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने उनके गांव को आदर्श ग्राम बनाने के लिए एक करोड़ रुपये की राशि अपने फंड से देने का एलान भी मंच से कर दिया। इस कार्यक्रम में आयोजन समिति द्वारा लालगंज रेलवे स्टेशन और गया सेंट्रल जेल का नाम बैकुंठ शुक्ल के नाम पर रखने समेत कई की मांग की भी रखी गयी थी।