पटना। पटना में जन्मे और लंदन में रहकर चिकित्सा सेवा में सक्रिय वरिष्ठ साहित्यकार डॉ कृष्ण कन्हैया को उनके साहित्यिक योगदान के लिए सांस्कृतिक साहित्यिक संस्था नवगीतिका लोक रसधार द्वारा वर्ष 2021 का नव गीतिका सम्मान प्रदान किया गया। पटना में आयोजित एक सादे समारोह में डॉ कृष्ण कन्हैया को बिहार की वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद ममता मेहरोत्रा, अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार यादव वरिष्ठ साहित्यकार शिवनारायण, साहित्यकार और शिक्षाविद प्रमोद कुमार शर्मा और वरिष्ठ साहित्यकार तथा कवयित्री भावना शेखर ने सम्मानित किया।
डॉक्टर कृष्ण कन्हैया के साहित्य के योगदान की चर्चा करते हुए सचिव डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने कहा कि डॉक्टर कृष्ण कन्हैया गीतांजलि बहुभाषी साहित्यिक संगठन से जुड़कर अनेक यूरोपीय देशों में हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए काम कर रहे हैं। उनकी कविताओं के कई संग्रह जैसे सूरज की 16 किरणें, किताब जिंदगी की, किताब संवेदना की और अनछुए तथ्य प्रकाशित हो चुके हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में लोक गायिका नीतू नवगीत ने गणेश वंदना और सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया, जिसके बाद कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में भोला कुमार ने नाल पर और मनोज कुमार ने हारमोनियम पर संगत किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि और रेखा चित्रकार सिद्धेश्वर, अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद की महासचिव डॉ अंशु माला, प्रियेश प्रियम, नंद शर्मा, दीनदयाल शर्मा, लक्ष्मण भगत, सोनू कुमार, प्रकाश रंजन उपेंद्र कुमार, धर्मेश मेहता, रूबी भूषण सहित अनेक वरिष्ठ साहित्यकारों ने हिस्सा लिया।