सावन की पहली सोमवारी के अवसर पर बाबा हरिहर नाथ मंदिर के पेज पर बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने भगवान शिव से जुड़े भजन और लोकगीत गाकर भक्तों के लिए श्रद्धा और भक्ति की धारा बहा दी। लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रथम देव भगवान गणेश की आराधना करते हुए मंगल के दाता रउआ, बिगड़ी बनाई जी गौरी के ललना हमरा अंगना में आई जी के साथ की। लोक गायिका नीतू नवगीत ने उसके बाद भोला के देखेला बेकल भइले जियरा गाकर सुनाया।
उन्होंने कहा कि हम सभी बाबा हरिहर नाथ का दर्शन करने के लिए व्याकुल हैं। लेकिन कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए आत्म संयम भी जरूरी है इसलिए हम सभी अपने घर में रहकर ही बाबा हरिहर नाथ की महिमा का गान करें। बाबा हरिहरनाथ भजन-कीर्तन से भी खुश होते हैं और आशीर्वाद देते हैं। नीतू नवगीत ने भगवान शिव के संगीतकार रूप की महिमा का गान करते हुए डिम डिम डमरू बजावे ला हमार जोगिया गाया जिसे श्रोताओं ने खूब पसंद किया।
भक्ति में कार्यक्रम में नीतू नवगीत ने का ले के शिव के मनाई हो, शिव मानत नाहीं, लड्डू और पेड़ा शिव के मन वो ना भावे, भांग धतूरा कहां पाई हो शिव मानत नाहीं गाकर कार्यक्रम को शानदार बना दिया। फिर उन्होंने सावन के आईल बा महीनवा चल सखी शिव के पुकारे, खोली नहीं मातल हो नयनवा शिव शंकर दानी, बाबा बैजनाथ हम आयल छी भिखारिया कहां के दुअरिया ना सहित अनेक लोकप्रिय गीत और भजन गाए।
कार्यक्रम में भोला कुमार ने नाल पर, सुजीत कुमार ने हारमोनियम पर, मनीष उपाध्याय ने खंजरी पर और मुन्ना कुमार ने कोरस गान करते हुए संगत किया। कार्यक्रम के आयोजन में बाबा हरिहर नाथ मंदिर समिति के सचिव विजय कुमार लल्ला, कोषाध्यक्ष निर्भय कुमार सिंह और ललित कुमार की विशेष भूमिका रही।