कहते है पौराणिक काल में समुद्र मंथन के समय निकले हलाहल विष को ग्रहण कर भगवान भोलेनाथ ने संसार को नया जीवन दिया और नीलकंठ महादेव के नाम से विख्यात हुए। इसके अलावा कई ऐसे मौके भी आये जब महादेव ने सारी विपदा अपने ऊपर लेकर अपने भक्तों की रक्षा की। अब ताजा मामला वैशाली जिला के लालगंज से है। जहां रेपुरा स्थित अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर के गुम्बज पर वज्रपात होने से गुम्बज पर लगा त्रिशूल और कलश क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि मंदिर पूरी तरह सुरक्षित है। हर दिन की तरह आज भी वहां पूजा पाठ की गई। साथ ही वज्रपात की विपदा से सुरक्षित रखने की बात कहते हुए लोग और अधिक भक्तिभाव से पूजा कर रहे है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर के पुजारी और ग्रामीण ऐसा मानते है।
इस घटना के बाद से भगवान भोलेनाथ से लोगों की आस्था और भी अधिक जुड़ गई है।
मानसून का आगाज हो चुका है बिहार के सभी जिलों में भारी बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट भी जारी किया जा चुका है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो बीती रात करीब 9 बजे मंदिर के गुम्बज पर ठनका गिरा था। जिसे भोलेनाथ ने अपने ऊपर लेकर पूरे गाँव को बचा लिया है। इस घटना की खबर फैलते ही अहले सुबह से ही मंदिर परिसर में देखने वालों की भीड़ जुट गयी।