बंगाल की खाड़ी से 140 किमी की रफतार से बिहार पहुँची यास तूफान 55 किमी और अब 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर भले ही आगयी हो मगर बारिश की रफ्तार में कोई कमी नहीं है। लालगंज ही नहीं बल्कि पूरे जिले और उत्तर बिहार इसकी चपेट में है। कही घर की दीवाल गिर गयी तो कहीं घर पर पेड़ व पौधों की डालियां। जहाँ तक बारिश का सवाल है तो केवल लालगंज प्रखण्ड की बात करें तो बीते 24 घंटे में करीब 112 एमएम बारिश हुई है। लालगंज ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन की रिपोर्ट की मानें तो बीते गुरुवार की सुबह 4 एमएम बारिश हुई थी। जो धीरे धीरे बढ़कर 112 एमएम पर पहुँच गया है। इसकी देखरेख कर रहे किसान सलाहकार श्री राम ने बताया कि हर तीन घंटे पर बारिश की रीडिंग की जा रही है। जिसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय के माध्यम से भारत सरकार को भेजी जा रही।
लगातार दो दिनों से हुई बारिश के कारण लालगंज का कई इलाका जलमग्न हो चुका है। जिसमें थाना रोड, पुलिस कर्मियों का आवास , नुनुबाबू चौक, प्रेमगंज समेत पूरे नगर परिषद क्षेत्र जलमग्न हो चुका है। वहीं तिरहुत तटबंध की पूर्व से जर्जर स्थिति, ऊपर से लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। तेज हवा और बारिश से 33 हजार ब्रेक डाउन होने के कारण बिजली का खस्ता हाल है। जिससे पेय जल से लेकर मोबाइल चार्जिंग तक की समस्या बन गयी है।
देखा जाए तो यास तूफान और तेज बारिश ने एक बार फिर से नगर परिषद को चेतावनी जरूर दे दी है कि मानसून के आगमन से पूर्व तैयारी कर लें अन्यथा मानसून चरम पर होगा तो स्थिति और बदतर हो सकती है।
जहां तक फसलों की क्षति की बात है तो थोड़ी बहुत मूंग की फसल को और कुछ लीची को क्षति हुई है। वहीं आम को इस बारिश से काफी फायदा होगा। किसान अब धान के बिचरे की नर्सरी तैयार कर सकेंगे।
वहीं मुज़फ़्फ़रपुर के सरैया थाना क्षेत्र के बखरा गांव के बल्ली सरैया में घर में बैठे एक व्यक्ति ओर दीवाल गिर गया। जिसमें पुकार बैठा का पुत्र दीपक कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने वैशाली पीएचसी में उसे भर्ती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल हाजीपुर उसे रेफर कर दिया गया।