कोरोना महामारी को लेकर सरकार व समाज दोनों संवेदनहीन होता जा रहा है। अनलॉक 02 में सरकार भले हीं स्कूल, कॉलेज, कोचिंग आदि पर प्रतिबंध लगा चुकी है। लेकिन सरकार के आदेशों पालन कैसे हो रहा है इस संदर्भ में VAISHALI TODAY ने जब पड़ताल की तो चौकाने वाली तस्वीर सामने आई। लालगंज थाना से सटे महज दो कदम की दूरी पर चल रहे कोचिंग में बच्चों की भरमार दिखी। बेंच डेस्क की दूरियों को देख आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां कितनी दूरी पर बच्चों को बैठाया जाता होगा। इतना हीं नहीं बच्चे बिना मास्क के बेहिचक से आ जा रहे हैं।
बात अगर एक दो कोचिंग की होती तो शायद यह दलील दी जा सकती थी कि चुप चोरी से चल रहे कोचिंग के बारे में प्रशासन को भनक नहीं लगी होगी, मगर पड़ताल के क्रम में जब अन्य कोचिंग को टटोला गया तो पैसे के लिए गुरु जी द्वारा बच्चों की जिन्दगी से खेलने की जो तस्वीर सामने आई, उसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
कोचिंग में बैठे बच्चों को देखिए। जैसे गोदाम में गेहूं-चावल की बोरियों की छलनी लगायी जाती है वैसे ही इन बच्चों कमरे में अंदर ठूस दिया गया है। इस लापरवाही को लेकर सबकी अपनी अलग-अलग दलीलें है। बच्चों को जहां कोर्स की चिंता है वहीं गुरु जी के सामने पापी पेट का सवाल है। हालांकि आमलोगों की माने तो इसमें केवल कोचिंग संस्थान के शिक्षक ही कसूरवार नहीं बल्कि शासन-प्रशासन के साथ-साथ अभिभावक भी जिम्मेवार है। कोरोना महामारी के दौर में देश में संक्रमितों की संख्या करीब 5 लाख के पार हो चुकी है। बावजूद इसके अनलॉक शब्द को सुनते ही हर कोई लापरवाह दिख रहा है। कोरोना को भूलकर हर कोई पेट की जदोजहद में लग गया है। मगर लोग शायद यह भूल रहें है कि जान है तो जहान है।