वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से इस बार झारखंड की देव नगरी देवघर में लगने वाले श्रावणी मेले के आयोजन पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। मेले के आयोजन में कुछ ही दिन शेष बचे है। ऐसे 5 जुलाई को श्रावणी मेले के आयोजन की बात कही जा रही है। ऐसे में अबतक तक राज्य सरकार की ओर से मेले को लेकर कोई फैसला नहीं किया जाना इसके आयोजन पर संशय बना रहा है। बाबा बैद्यनाथ कहें या रावणेश्वर महादेव इनपर जलाभिषेक के लिए कोरोना के कारण शिव भक्तों को इस बार निराशा हाथ लगते दिखाई दे रहा है।
अनलॉक-01 में सरकार द्वारा शर्तों के साथ धार्मिक स्थलों को खोलने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन बाबाधाम की रौनक बढ़ाने वाली श्रावणी मेले पर प्रतिबंध बरकरार रहेगा। इसकी मुख्य वजह लाखों की जुटने वाली भीड़ बतायी जा रही है।
सूत्रों की माने तो केंद्र सरकार मेला, सभा और धार्मिक आयोजनों पर अगले आदेश तक रोक लगा रखी है।
ऐसा माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा अनलॉक -02 में अगर मेला और धार्मिक आयोजनों पर छूट दी जाती है तो राज्य सरकार भी सीमित रूप से जलाभिषेक का निर्णय ले सकती है। आम तौर पर मेले की तैयारी को लेकर दो महीने पहले ही बैठक शुरू हो जाती है। परंतु इस बार कोई बैठक नहीं हुई है। अब 30 जून को केंद्र सरकार के फैसले के बाद ही कुछ भी कहा जा सकता है। फिलहाल शिव भक्तों को थोड़ा और इंतेजार करना पड़ेगा। वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बाबा गरीबनाथ धाम और वैशाली के बाबा चतुर्मुख धाम पर लगने वाले मेले को लेकर स्पष्ट रूप से कोई भी दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है।